raam

raam

spritual classical style

03:15

Songtekst

raam

female voice classical ,
**Title: "आओ राम जी, घर लौट के"**
*Verse 1*  
आओ राम जी, घर लौट के,  
अयोध्या में छाई है रौशनी,  
चौदह बरस का वनवास हुआ पूरा,  
खुशियों से झूमी है ये धरती।  
*Chorus*  
दीप जलाए, फूल बिछाए,  
स्वागत में सारा नगर सजा।  
आओ राम जी, आओ राम जी,  
हर दिल में है तुमसे प्रार्थना।  
*Verse 2*  
जनक दुलारी सीता संग आय,  
हनुमान के संग लक्ष्मण मुस्काए।  
नन्दीग्राम में भरत खड़े,  
आँखों में आंसू, चरणों में पड़े।  
*Chorus*  
दीप जलाए, फूल बिछाए,  
स्वागत में सारा नगर सजा।  
आओ राम जी, आओ राम जी,  
हर दिल में है तुमसे प्रार्थना।  
*Verse 3*  
अयोध्या नगरी महके फूलों से,  
राम नाम की गूंजे गलियों में।  
संत, भक्त और देवी-देवता,  
सबने मिलकर गाया स्वागत का गान।  
*Chorus*  
दीप जलाए, फूल बिछाए,  
स्वागत में सारा नगर सजा।  
आओ राम जी, आओ राम जी,  
हर दिल में है तुमसे प्रार्थना।  
*Bridge*  
धनुष धारी, सिया के प्यारे,  
अवध पुरी में आज पधारे।  
हर द्वार पे बंदनवार लगे,  
राम नाम के गीत सब गाए।  
*Chorus*  
दीप जलाए, फूल बिछाए,  
स्वागत में सारा नगर सजा।  
आओ राम जी, आओ राम जी,  
हर दिल में है तुमसे प्रार्थना।  
*चौदह साल की तपस्या सफल,
अब आशीर्वाद से हो पूरा कल।
राम जी के स्वागत में,
हर आंगन में जगमग हो जाए पल।