
raam
Songtekst
raam
female voice classical , **Title: "आओ राम जी, घर लौट के"** *Verse 1* आओ राम जी, घर लौट के, अयोध्या में छाई है रौशनी, चौदह बरस का वनवास हुआ पूरा, खुशियों से झूमी है ये धरती। *Chorus* दीप जलाए, फूल बिछाए, स्वागत में सारा नगर सजा। आओ राम जी, आओ राम जी, हर दिल में है तुमसे प्रार्थना। *Verse 2* जनक दुलारी सीता संग आय, हनुमान के संग लक्ष्मण मुस्काए। नन्दीग्राम में भरत खड़े, आँखों में आंसू, चरणों में पड़े। *Chorus* दीप जलाए, फूल बिछाए, स्वागत में सारा नगर सजा। आओ राम जी, आओ राम जी, हर दिल में है तुमसे प्रार्थना। *Verse 3* अयोध्या नगरी महके फूलों से, राम नाम की गूंजे गलियों में। संत, भक्त और देवी-देवता, सबने मिलकर गाया स्वागत का गान। *Chorus* दीप जलाए, फूल बिछाए, स्वागत में सारा नगर सजा। आओ राम जी, आओ राम जी, हर दिल में है तुमसे प्रार्थना। *Bridge* धनुष धारी, सिया के प्यारे, अवध पुरी में आज पधारे। हर द्वार पे बंदनवार लगे, राम नाम के गीत सब गाए। *Chorus* दीप जलाए, फूल बिछाए, स्वागत में सारा नगर सजा। आओ राम जी, आओ राम जी, हर दिल में है तुमसे प्रार्थना। *चौदह साल की तपस्या सफल, अब आशीर्वाद से हो पूरा कल। राम जी के स्वागत में, हर आंगन में जगमग हो जाए पल।
