Prem Katha

[Verse]
एक नया दिन है, सूरज चमक रहा है
मेरी आत्मा में रिद्धिमानी महसूस हो रही है, यह एक जंगली रात होगी
अपने दोस्तों को ले लो और मंच पर पहुंचो, म्यूज़िक को रोकने दो
हम कल जैसे नाचेंगे, फ्लो में खुद को खो देना

[Verse 2]
धुन बज रही है, भीड़ ऊछल रही है, हम अपने खुद के क्षेत्र में हैं
हर हलचल के साथ हम रात को आग लगा रहे हैं, ओह
ऊर्जा का अहसास हो रहा है, यह इलेक्ट्रिक है, हवा में जादू है
हम सूरज के साथ नृत्य कर रहे हैं, कुछ भी तुलना नहीं कर सकती

[Chorus]
नृत्य करो, जैसे कोई नहीं देख रहा, ग्रूव पकड़ो
म्यूज़िक आपके माध्यम से चलने दें, कुछ साबित करने की जरूरत नहीं है
हम जीवित है, हम आज़ाद हैं, रिद्धिमंत्र बनने दो
सूर्य प्रकाश में नृत्य कर रहे हैं, वहां हमें होना है.