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spritual indian style

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Letras

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female voice --
**Title: "माँ के रंग में रंगी नवरात्रि"**
*Verse 1*  
आ गई नवरात्रि, माँ का त्यौहार,  
सज गए हैं मंदिर, सजी हुई संसार।  
माँ के चरणों में, सबको शरण मिली,  
हर दिन की पूजा में, भक्तों की टोली चली।  
*Chorus*  
जयकारा माँ का लगे हर दिशा में,  
नाचें गाएँ हम सब माँ की महिमा में।  
सिंदूरी लाली, माँ का साज हो,  
नवरात्रि के रंग में, माँ का साथ हो।  
*Verse 2*  
घूमे गरबा की धुन पे, चढ़े उमंग की लहर,  
दंडिया की ताल पे, सज रही है हर डगर।  
शक्ति की उपासना, नारी का मान,  
माँ दुर्गा के जयकारे, गूँजे आसमान।  
*Chorus*  
जयकारा माँ का लगे हर दिशा में,  
नाचें गाएँ हम सब माँ की महिमा में।  
सिंदूरी लाली, माँ का साज हो,  
नवरात्रि के रंग में, माँ का साथ हो।  
*Bridge*  
शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, माँ चंद्रघंटा,  
हर रूप में माँ, हर रूप अद्भुत।  
कुशमांडा, कात्यायनी, कालरात्रि महान,  
महागौरी, सिद्धिदात्री, शक्ति की पहचान।  
*Chorus*  
जयकारा माँ का लगे हर दिशा में,  
नाचें गाएँ हम सब माँ की महिमा में।  
सिंदूरी लाली, माँ का साज हो,  
नवरात्रि के रंग में, माँ का साथ हो।  
*Outro*  
माँ के गीतों में बसा हर एक स्वर,  
नवरात्रि के इस पर्व में मिलती सुकून की डोर।  
जगदम्बे, जगजननी